सोनीपत: हरियाणा के सोनीपत जिले के खरखौदा में मारूति का प्लांट लगने की खबर ने जैसे प्रॉपर्टी के दामों में आग लगा दी है।
हजारों रुपए प्रति वर्ग के प्लाट की कीमत अब लाखों रुपए प्रति वर्ग होने लगी है। ऐसे ही एक मामले ने उस समय सभी को हैरान कर दिया,
जब एक प्लाट की ऑनलाईन नीलामी में हजारों रुपए प्रति वर्ग गज के प्लाट की नीलामी लाखों रुपए में लगा दी गई। इस मामले के बाद तमाम बोली दाताओं में हडकंप मच गया और
लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया।लगने वाला है मारूति का प्लांट बता दें कि राज्य सरकार ने मारूति कंपनी को खरखौदा में 900 एकड़ जमीन का आवंटन किया है,
जिसमें वह देश का सबसे बड़ा प्लांट लगाने जा रही है। 900 में से 800 एकड़ जमीन पर कारों का निर्माण होगा और 100 एकड़ में मारूति कंपनी बाईक बनाएगी।
मारूति जल्द ही खरखौदा में अपने प्लांट का निर्माण शुरू करने जा रही है। इस प्लांट के निर्माण के लिए कंपनी ने 18000 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया है
तथा इस प्लांट में दस लाख कारों का उत्पादन किया जाएगा। सरकार का मानना है कि इस प्लांट के लगते ही राज्य भर के युवाओं को नौकरी व बिजनेस में खासा लाभ होगा।
लाखों रुपए प्रति वर्ग पहुंची बोली
मारूति कंपनी के प्लांट लगने के बाद खरखौदा में जमीन के भाव आसमान छूने लगे हैं। ऐसे ही एक मामले ने उस समय सभी को चौंका दिया, जब आईएमटी खरखौदा में प्लाटों की
ई-नीलामी में 14200 रुपए प्रति वर्ग गज के एक प्लाट की बोली एक बोलीदाता ने 50 लाख रुपए प्रति वर्ग लगा दी । इस बोली को देखते ही लोगों की आंखें खुली की खुली रह गई।
बता दें कि एचएसआईडीसी की तरफ से वीरवार को खरखौदा आईएमटी में 250 प्लाटों की ऑनलाईन नीलामी का आयोजन रखा था। इस दौरान एक प्लाट की बोली का रिजर्व प्राईस
14200 रुपए प्रति वर्ग गज निर्धारित किया था, पंरतु किसी बोलीदाता ने उस प्लाट की बोली 50 लाख रुपए प्रति वर्ग लगा दी ।
लोगों में मचा हडकंप
यह देखकर नीलामी में शामिल सभी बोलीदाताओं में हडकंप मच गया और उन्होंने आनन फानन में इसकी शिकायत की। अधिकारी भी इस बोली को देखकर असमंजस में आ गए।
आईएमटी खरखौदा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव दहिया ने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से इसकी शिकायत की तथा नीलामी को रदद करने की मांग की।
वहीं इस मामले में संज्ञान लेते हुए अधिकारियों ने कहा कि कहीं ऑनलाईन बोली में बोलीदाता से ही गलती होने की संभावना है।
उससे हजार की बजाए लाख लिखा गया हो या फिर एक संभावना साईट से छेड़छाड़ की भी हो सकती है। अधिकारियों ने कहा कि वह इस मामले की जांच करेंगे और
जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी। एचएसआईडीसी के सहायक प्रबंधक अरूण गर्ग का कहना है
कि यह बोली की ई-आक्शन प्रक्रिया बेहद सुरक्षित होती है। ऐसे में छेड़छाड़ की संभावना बेहद कम होती है, फिर भी वह अपने स्तर पर पूरे मामले की जांच करेंगे।