भारतीय क्रिकेट में नित नए रिकॉर्ड बनते और टूटते हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर हो या फिर घरेलू क्रिकेट, भारतीय खिलाड़ी दमदार प्रदर्शन करते हैं.

फिलहाल रणजी ट्रॉफी के मौजूदा सीजन में भी ऐसा ही कमाल करके दिखाया है एक लेफ्ट आर्म स्पिनर ने. उस गेंदबाज ने अकेले दम पर ही अपनी टीम को जीत दिला दी.

जिस खिलाड़ी के बारे में बताया जा रहा है, वह 33 साल के लेफ्ट आर्म स्पिनर आदित्य सरवटे हैं. उनके दमदार प्रदर्शन की बदौलत विदर्भ ने 73 रन के आसान लक्ष्य का पीछा कर रही गुजरात को रणजी ट्रॉफी ग्रुप-डी के मैच के तीसरे दिन 54 रन पर समेट दिया.

इस तरह विदर्भ ने 18 रन से जीत दर्ज की. विदर्भ ने भारत में फर्स्ट क्लास क्रिकेट के इतिहास के सबसे कम स्कोर का बचाव किया है. इससे पहले बिहार ने दिल्ली को 1948-49 में मात्र 78 रन का लक्ष्य देने के बाद जीत दर्ज की थी.

आदित्य सरवटे का धमाल
महाराष्ट्र के नागपुर में जन्मे 33 साल के आदित्य सरवटे ने वीसीए क्रिकेट स्टेडियम में कमाल दिखाया. उन्होंने मुकाबले में कुल 11 विकेट लिए.
आदित्य ने पहली पारी में 64 रन देकर 5 विकेट लिए थे जबकि दूसरी पारी में उन्होंने महज 17 रन देकर 6 विकेट अपने नाम किए. उन्होंने नागपुर में ही खेले गए अपने पिछले दो मैचों में कुल 13 विकेट झटके हैं.

फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनके नाम कुल 236 विकेट हो गए हैं. वह अभी तक टीम इंडिया की जर्सी नहीं पहन पाए हैं.

इसी मैदान पर भारत-ऑस्ट्रेलिया की भिड़ंत
इसी मैदान पर 9 फरवरी से भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला जाना है. नागपुर के विदर्भ क्रिकेट असोसिएशन (VCA) स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में पहले दिन 15 और दूसरे दिन 16 विकेट गिरे. रणजी मैच बगल की पिच पर खेला गया, जिस पर टेस्ट नहीं खेला जाएगा.
गुजरात ने एक विकेट पर 6 रन से आगे खेलना शुरू किया और पूरी टीम 31 ओवर में 54 रन पर ऑलआउट हो गई. सरवटे के अलावा बायें हाथ के स्पिनर हर्ष दुबे ने 3 विकेट झटके. गुजरात के लिए सिर्फ नंबर-3 के बल्लेबाज सिद्धार्थ देसाई ही दोहरे अंक तक पहुंच सके जिन्होंने 18 रन बनाए.

विदर्भ ने पहली पारी में 74 रन बनाए थे जबकि गुजरात ने 256 रन बनाकर 182 रन की बढ़त हासिल की थी. विदर्भ ने दूसरी पारी में 254 रन बनाकर गुजरात को 73 रन का लक्ष्य दिया था.